Thanjavur Tourism Promotion Council
ऊंचे पद्मपीड़ा पर ऊपरी दाहिने पैर से खड़ी हुई है । करंदमागुडा के साथ सुदामणि भी हैं। टूटा हुआ सिरसचक्र और लंबी नाक हैं। कमर से छल्ले लटकते हैं। प्याले जैसे स्तन, दाहिने हाथ में चूड़ियाँ, बाएं हाथ में कोवाला भी हैं।
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